साइबर खतरा, पाकिस्तान का टिहरी कनेक्शन
टिहरी पुलिस की बड़ी सफलता

नई टिहरी: पुलिस ने एक अंतराष्ट्रीय साइबर ठग को झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किया है।एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि 2024 को बंगलो की कांडी थाना केम्प्टी निवासी महिला ने अपने साथ हुई 18 लाख रूपये की साइबरी ठगी को मुकदमा दर्ज कराया था। मनीष चौधरी नाम के व्यक्ति ने सोशल मीडिया में बातचीत शुरू की और कहा कि वह कनाडा में रहता है और सोने के उपहार देने का झांसा दिया। कुछ दिन बाद पवित्रा देवी को एक फोन आता है और वह व्यक्ति खुद को मुंबई एयरपोर्ट का कस्टम अधिकारी बताते हुये जेवर के बदले 38 लाख रूपये कस्टम ड्यूटी देने के लिये कहता है। इसके बाद महिला से कस्टम ड्यूटी के बहाने अलग – अलग खातों में 18 लाख रूपये की ठगी कर दी जाती है। साइबर सेल निरीक्षक नदीम अतहर ने इस मामले की जांच शूरू की तो पता चला कि बिहार के खाते से झारखंड धनबाद में पैसा ट्रांसफर किया गया। जिसके बाद पुलिस ने शातिर ठग पप्पूकुमार साव निवासी भूल्ली बस्ती नवाडीह थाना ,जिला धनबाद झारखण्ड को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह के मुख्य हैंडलर पाकिस्तान के नंबरों से भारत में साइबर ठगी करवाते हैं। आरोपी से एक कार सहित, पैन कार्ड, आधारकार्ड, चैक बुक और अन्य लगभग 35 लाख रूपये का माल बरामद किया गया है। पाकिस्तान के नंबरों से साइबर ठगी का गिरोह चलाने वाले हैंडलर लोगों को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं। कई भारतीय युवा पाकिस्तान हैंडलर के इशारे पर साइबर ठगी के धंधे में लगे है। एसएसपी ने बताया कि पाकिस्तान के नंबरों से साइबर ठगी का ेगिरोह चलाने वाले हैंडलर ने झारखंड, बिहार और बंगाल के कई युवाओं को अपने जाल में फंसाया है।



